तू डर मत, तू नहीं, तेरा वक़्त ख़राब हैं
बुझने ना दे, जो तेरे सीने में लगी आग हैं,
होंसला नहीं, कोई बढ़ाएगा तेरा यहाँ
हर कोई, पर काटने के लिए बेताब है,
तू डर मत, तू नहीं, तेरा वक़्त ख़राब हैं
अकेला ही चलना पड़ेगा तुझे यहाँ ,
पूरा होगा इक दिन, जो देखा तूने ख्वाब हैं,
तुझे बताना होगा दुनियां को, कुछ ऐसा करके ,
तू आम इंसान नहीं, तू ही दुनियां का बादशाह है!
Written By-Kishor Saklani.
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