तारों भरी इक रात होती,
और तुम मेरे साथ होती!
हाथो मैं हाथ लिये,
प्यार भरी हमारी बात होती!
पहले तुम थोड़ा सा शर्माती,
फिर धीरे से मेरे करीब आती!
मुझसे नजरें चुरा के,
तुम मेरे सीने से लग जाती!
कितना हसीन वो लम्हा,
कितनी हसीन वो रात होती!
तारों भरी इक रात होती,
और तुम मेरे साथ होती!
इक दूसरे कि बाहों में,
हम इस कदर खो जाते!
कुछ पल के लिए हम इक हो जाते,
ना होश में रहते हम,
इस दुनिया से बेखबर हो जाते!
कितना हसीन वो अहसास,
कितनी हसीन वो रात होती!
तारों भरी इक रात होती,
और तुम मेरे साथ होती!
Written By-Kishor Saklani(KRISH)
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