Wednesday, May 13, 2020

गुरु भजन!

मेरा जीवन तूने ही सवांरा,
हर कदम में तू ही था सहारा!
डूबते का तू ही किनारा,
मेरा जीवन तूने ही सवारा!

चलना सीखा था मैंने,
राह तूने दिखाई थी!
बंद आँखे थी मेरी,
ज्ञान से रोशन कराई थी!
ज्ञान दिया तूने मुझको जब से जिंदगी में खुशियाँ भर आई,
तू हैं संसार मै सबसे प्यारा,

मेरा जीवन तूने ही संवारा!.
हर कदम में तू ही था सहारा!

ज्ञान बिना कोई काम ना हो और गुरु  बिना ज्ञान ना हो!
हर सुबह तेरा नाम लू मैं ,चरणों की तेरी पूजा करू,
कण-2 में तू ही विराजे, हर इक दिल में बसते हो!
तूने दीप जलाया जीवन में,
तूने दूर किया अँधियारा !

मेरा जीवन तूने ही संवारा!
हर कदम में तू ही था सहारा!
डूबते का तू ही किनारा,
मेरा जीवन तूने ही सवारा!
Written By-Kishor Saklani

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